Thursday, 11 May 2017

माँ-बाप से बढ़कर,कोई भगवान नहीं है

कि माँ-बाप से बढ़कर,कोई भगवान नहीं है। 
उनके जैसा दुनियाँ में,कोई धनवान नहीं है।।

मेहनत-मजदूरी करके,बच्चों को सींचते है। 
तकलीफ न हो उनको यही, दिन-रात सोचते है।। 
बच्चों के खातिर कुछ भी करे,कोई अभिमान नहीं है। 
माँ-बाप से★★★★★★★★★★★★★★★।।

दुनियाँ में सभी देवों का,स्थान दूजा है। 
माँ-बाप की सेवा ही,सबसे बड़ी पूजा है।। 
"दीपक"बनकर जलते रहे,ऐसा कोई धैर्यवान नहीं है। 
माँ-बाप से★★★★★★★★★★★★★★★।।

रचयिता-कवि कुलदीप प्रकाश शर्मा"दीपक"
मो.-9560802595,9628368094

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